तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा। तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा।
टुकड़ों में दिल न हिस्सा कीजिए। टुकड़ों में दिल न हिस्सा कीजिए।
शांत झील का मंज़र हो चाँद झूमर सा टंगा रात की ठोड़ी पर झूलता हो, तारे मखमली रुई सी शांत झील का मंज़र हो चाँद झूमर सा टंगा रात की ठोड़ी पर झूलता हो, तारे...
कोरे कागज का कोई मोल नही होता, लेकिन वही कागज जब रूप बदल कर आता है तो अपना महत्व दिखाता है... कोरे कागज का कोई मोल नही होता, लेकिन वही कागज जब रूप बदल कर आता है तो अपना महत्व...
खबर ही नहीं हुई कब, खूबसूरत सी किताब बन गया। खबर ही नहीं हुई कब, खूबसूरत सी किताब बन गया।
इस बात का तुझे इल्म नहीं मैं कोरा कागज़ नहीं और तू मेरी कलम नहीं। इस बात का तुझे इल्म नहीं मैं कोरा कागज़ नहीं और तू मेरी कलम नहीं।